फिर चली रात बात उसूलों की , शिक्षा के नाम पर लूटते स्कूलों फिर चली रात बात उसूलों की , शिक्षा के नाम पर ल...
मानो ज्ञान भी ताबूतों में कैद हो गई हो और हमें उनमें आखिरी कील ठोकने के लिए बुलाया गया मानो ज्ञान भी ताबूतों में कैद हो गई हो और हमें उनमें आखिरी कील ठोकने के लिए ब...
बदली हुई राख में कानून व्यवस्था, सब देखती , यह नपुंसक बनकर इंतजार करती, बदली हुई राख में कानून व्यवस्था, सब देखती , यह नपुंसक बनकर इंतजार करती,
नए ढंग से नए समाज का,करना हो यदि गठजोड़ अन्ध्यवनिका की परतंत्रता का देना हो यदि सिर फोड़ तो प्रयत्न ... नए ढंग से नए समाज का,करना हो यदि गठजोड़ अन्ध्यवनिका की परतंत्रता का देना हो यदि ...
रिश्ते खुद ही मर्यादा भूल चुके, सब उसका मोल लगाते हैं। रिश्ते खुद ही मर्यादा भूल चुके, सब उसका मोल लगाते हैं।